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सर्वाइकल कैंसर(Cervical Cancer) : महिलाओ के लिए एक गंभीर चेतावनी
सर्वाइकल कैंसर, एक शांत हत्यारा, जो महिलाओं के जीवन पर घातक प्रभाव डालता है। यह भारत और दुनिया भर में महिलाओं के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
लेकिन क्या इस बीमारी से बचाव संभव नहीं है?
हां, निश्चित रूप से!
टीकाकरण सर्वाइकल कैंसर से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। इसके अलावा, साफ-सफाई, सुरक्षित यौन संबंध, और स्वस्थ जीवनशैली भी इस बीमारी से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आइए, हम सब मिलकर समाज में जागरूकता फैलाकर इस खतरनाक बीमारी के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हों और महिलाओं के जीवन को सुरक्षित रखने का प्रयास करें।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer): कारण, लक्षण और बचाव
सर्वाइकल कैंसर(Cervical Cancer), एक ऐसा शब्द जो महिलाओं के लिए खतरे की घंटी की तरह है। यह महिलाओं में सबसे आम कैंसरों में से एक है। यह गर्भाशय के निचले हिस्से में स्थित गर्भाशय ग्रीवा में होने वाला कैंसर है। भारत में हर साल लगभग 1 लाख महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है और 60,000 से अधिक महिलाएं इसकी वजह से अपनी जान गंवा देती हैं।
हाल ही में, प्रसिद्ध अभिनेत्री पूनम पांडे का 32 वर्ष की आयु में सर्वाइकल कैंसर से निधन ने इस बीमारी की गंभीरता को उजागर किया है और लोग इस बीमारी के प्रति जागरूक हो इससे बचने के विभिन्न उपायों को लेकर चर्चा करने लगे है । उनका इतने का उम्र में निधन महिलाओं के लिए एक स्तब्ध कर देने वाली घटना और एक गंभीर चेतावनी है।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) , मानव पेपिलोमा वायरस (HPV) के कारण होने वाला एक कैंसर है। यह वायरस यौन संबंधों के माध्यम से फैलता है। HPV संक्रमण बहुत आम है, और लगभग 80% महिलाएं अपने जीवनकाल में किसी न किसी समय इस वायरस से संक्रमित होती हैं।
हालांकि, सभी HPV संक्रमित महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर नहीं होता है। कुछ महिलाओं में, वायरस अपने आप ठीक हो जाता है, जबकि अन्य में यह कैंसर का कारण बन सकता है।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) के शुरुआती चरणों में कोई लक्षण नहीं होते हैं। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, महिलाओं को योनि से रक्तस्राव, पेट दर्द, और यौन संबंध के दौरान दर्द जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से बचाव के लिए सबसे प्रभावी तरीका टीकाकरण है। HPV वैक्सीन 9-26 वर्ष की आयु की लड़कियों और महिलाओं को दी जा सकती है। यह वैक्सीन HPV संक्रमण से 90% तक सुरक्षा प्रदान करती है।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer)के कारण
- HPV (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) सर्वाइकल कैंसर का सबसे बड़ा कारण है।
- HPV के हाई-रिस्क टाइप्स, खासकर HPV 16 और 18, सर्वाइकल कैंसर के 70% मामलों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
- HPV संक्रमण यौन संपर्क से फैलता है।
- ज्यादातर HPV संक्रमण खुद-ब-खुद ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह गर्भाशय ग्रीवा कैंसर का कारण बन सकता है।
- धूम्रपान, कमजोर प्रतिरक्षा, लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का प्रयोग भी जोखिम कारक हैं।
- ज्यादा संभोगी साथियों के साथ संबंध बनाना भी सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) के लक्षण
- स्त्री जननांग क्षेत्र से असामान्य रूप से रक्तस्राव
- कभी-कभार या लंबे समय तक चलने वाला अत्यधिक भारी मासिक धर्म
- संभोग के बाद रक्तस्राव
- रजोनिवृत्ति के बाद रक्तस्राव
- पेट में दर्द या अनियमित पीरियड्स
- पेशाब करते समय दर्द
- कमर या पेट के निचले हिस्से में दर्द
- कमजोरी, थकान और भूख में कमी
यदि ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) का पता लगाने के तरीके
- पैप स्मीयर टेस्ट: यह सर्वाइकल कैंसर का सबसे सामान्य परीक्षण है। इसमें गर्भाशय ग्रीवा के कोशिकाओं का नमूना लिया जाता है और माइक्रोस्कोप से देखा जाता है।
- HPV टेस्ट: यह टेस्ट HPV संक्रमण की जांच करता है जो सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण है।
- कोल्पोस्कोपी: इस प्रक्रिया में गर्भाशय ग्रीवा की जांच के लिए एक कोल्पोस्कोप (छोटा टेलिस्कोप) का उपयोग किया जाता है।
- बायोप्सी: इसमें संदिग्ध ऊतक का नमूना लेकर परीक्षण किया जाता है।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से बचाव के उपाय
- HPV वैक्सीन: HPV वैक्सीन लगवाना सर्वाइकल कैंसर से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। यह टीका लड़कियों और महिलाओं को HPV संक्रमण से बचाता है।
- नियमित स्क्रीनिंग: पैप स्मीयर और HPV टेस्ट कराते रहना जरूरी है। 21-65 आयु वर्ग की महिलाओं को हर 3 साल में एक बार जांच करवानी चाहिए।
- सुरक्षित यौन संबंध: कंडोम का प्रयोग और एक ही वफ़ादार साथी के साथ यौन संबंध सर्वाइकल कैंसर से बचाव में मददगार हो सकते हैं।
- स्वस्थ आहार: फलों और सब्जियों से भरपूर आहार लेने से प्रतिरक्षा मजबूत होती है जो कैंसर से लड़ने में मदद करती है।
- धूम्रपान बंद करें: धूम्रपान सर्वाइकल कैंसर का ख़तरा कई गुना बढ़ा देता है।
- वजन नियंत्रण: मोटापा भी इस कैंसर का जोखिम बढ़ाता है।
सर्वाइकल कैंसर का पता लगने पर उचित उपचार से बहुत से मामलों में इसे ठीक किया जा सकता है। इसलिए सही समय पर जाँच और नियमित स्क्रीनिंग बेहद ज़रूरी है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर (FAQs )
प्रश्न: सर्वाइकल कैंसर क्या होता है?
उत्तर: सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा में होने वाला कैंसर है।
प्रश्न: सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या हैं?
उत्तर: असामान्य रक्तस्राव, भारी मासिक धर्म आदि लक्षण हैं।
प्रश्न: सर्वाइकल कैंसर का कारण क्या है?
उत्तर: HPV संक्रमण सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख कारण है।
प्रश्न: सर्वाइकल कैंसर से बचाव कैसे करें?
उत्तर: HPV वैक्सीन, नियमित स्क्रीनिंग और सुरक्षित यौन संबंध बचाव में मददगार हैं।
प्रश्न: सर्वाइकल कैंसर का पता कैसे लगाया जाता है?
उत्तर: पैप स्मीयर टेस्ट और एचपीवी टेस्ट से पता लगाया जा सकता है।
प्रश्न: सर्वाइकल कैंसर का इलाज क्या है?
उत्तर: सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी आदि इलाज किये जा सकते हैं।
प्रश्न: सर्वाइकल कैंसर से बचा जा सकता है?
उत्तर: हाँ, नियमित स्क्रीनिंग और वैक्सीन से बचाव संभव है।
निष्कर्ष
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से बचने के लिए HPV वैक्सीन और नियमित स्क्रीनिंग ज़रूरी है।
पूनम पांडेय जो की हाल में ही सर्वाइकल कैंसर से अपनी मौत का झूठा खबर फैला कर चर्चित रही पर एक वेब स्टोरी देखे :
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