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लंबे समय तक बैठने के खतरे – एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या
आज के युग में, ज्यादातर लोगों की जीवनशैली में लंबे समय तक बैठना (Prolong Sitting )शामिल हो गया है। कार्यालयों में 8-9 घंटे तक कुर्सी पर बैठकर काम करना या घर पर टीवी देखते हुए घंटो तक सोफे पर लेटे रहना आम बात हो गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबे समय तक बैठना आपके स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक साबित हो सकता है?
नवीनतम शोधों से पता चला है कि लंबे समय तक बैठने के खतरे अनेक है , साथ ही साथ इससे कई गंभीर बीमारियों जैसे – मोटापा, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर आदि का खतरा काफी बढ़ जाता है। हाल में हुए JAMA नेटवर्क स्टडी इन दिनों काफी चर्चा में है।
आइए जानते हैं लंबे समय तक बैठने के क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं और इससे बचने के उपाय
लंबे समय तक बैठने के खतरे पर JAMA नेटवर्क स्टडी
JAMA नेटवर्क में प्रकाशित एक स्टडी में लंबे समय तक बैठने के दुष्प्रभावों का विस्तृत अध्ययन किया गया। इस स्टडी को ताइवान में किया गया था, जिसमें 13 सालों तक 4,81,688 लोगों की निगरानी की गई।
पार्टिसिपेंट्स से पूछा गया कि वे दिन में कितने समय तक बिना ब्रेक लिए बैठे रहते हैं। पाया गया कि जो लोग 8 घंटे से अधिक समय तक लगातार बैठे रहते थे, उनमें अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ कार्डियोवैस्कुलर रोगों से मृत्यु की संभावना भी 16% अधिक थी।
यह स्टडी बताती है कि लंबे समय तक बिना ब्रेक के बैठना हमारे शरीर के लिए कितना हानिकारक हो सकता है। इसलिए नियमित अंतराल पर ब्रेक लेना और टहलना-फिरना बेहद ज़रूरी है
आइये इसको अच्छी तरह से समझते है
लंबे समय तक बैठने के दुष्प्रभाव
लंबे समय तक बैठने के खतरे इस प्रकार है :
मोटापा – लंबे समय तक बैठने से शरीर में चयापचय की गति धीमी पड़ जाती है, जिससे कैलोरी जलने की प्रक्रिया ठीक से नहीं हो पाती और वजन बढ़ने लगता है।
उच्च रक्तचाप – लंबे समय तक बैठने से धमनियों पर दबाव पड़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
मधुमेह – लंबे समय तक बैठने से इंसुलिन का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है।
हृदय रोग – मोटापा, उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी समस्याएं हृदय रोग का खतरा बढ़ा देती हैं।
कैंसर – लंबे समय तक बैठने से शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देता है। यह फेफड़े, अंडाशय और पेट के कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
कमर दर्द – लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठने से कमर में दर्द और अकड़न होने लगती है।
रीढ़ की हड्डी संबंधी समस्याएं – लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है, जिससे दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
लंबे समय तक बैठने से होने वाले नुकसानों के प्रमाण
कई शोधों से सामने आया है कि लंबे समय तक बैठने के नुकसान बहुत होता है इससे कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं:
- JAMA नेटवर्क स्टडी शोध में 4,81,688 लोगों पर 13 साल तक निगरानी रखी गई। पाया गया कि जो लोग 8 घंटे से ज्यादा समय तक बिना ब्रेक के बैठते थे, उनमें मृत्यु का जोखिम 16% अधिक था।
- लंबे समय तक बैठने वालों में कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से मृत्यु का खतरा 34% अधिक पाया गया।
- 8 घंटे से ज्यादा बैठने पर फेफड़ों, अंडाशय और पेट के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
लंबे समय तक बैठने का प्रभाव आयु वर्ग के अनुसार
लंबे समय तक बैठने के दुष्प्रभाव सभी आयु वर्गों के लोगों को प्रभावित करते हैं, लेकिन कुछ उम्र समूह अधिक जोखिम में होते हैं:
- युवा वयस्क (18-35 वर्ष) – इस उम्र में लंबे समय तक बैठने से मोटापे और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा सबसे अधिक होता है।
- मध्य आयु (35-50 वर्ष) – इस दौरान लंबे समय तक बैठने से उच्च रक्तचाप और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
- वृद्ध (50+ वर्ष) – 50 की उम्र के बाद लंबे समय तक बैठने से कमर दर्द, अस्थि रोग और कैंसर का खतरा ज्यादा हो जाता है।
कार्यस्थल पर लंबे समय तक बैठने का प्रभाव
आधुनिक कार्यस्थलों में 8-9 घंटे तक बैठकर काम करना आम बात है। लेकिन क्या आप जानते हैं ऑफिस में लंबे समय तक बैठने का क्या असर हो सकता है?
- कार्य क्षमता में कमी – लंबे समय तक बैठने से थकान बढ़ती है, जिससे काम करने की क्षमता घटती है।
- तनाव और नकारात्मक भावनाएं – बैठने से मांसपेशियों में तनाव उत्पन्न होता है जो मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
- कम उत्पादकता – थकान और तनाव की वजह से कर्मचारियों की उत्पादकता घट सकती है।
- अनुपस्थिति में वृद्धि – बैठने से होने वाली समस्याओं की वजह से कर्मचारियों की अनुपस्थिति बढ़ सकती है।
इसलिए कंपनियों को कर्मचारियों के लिए व्यायाम और ब्रेक की सुविधा प्रदान करनी चाहिए। एर्गोनॉमिक फर्नीचर का उपयोग भी फायदेमंद है।
लंबे समय तक बैठने के प्रभाव को कम करने के उपाय
लंबे समय तक बैठने के नुकसानदायक प्रभावों से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- 30 मिनट में कम से कम एक बार उठकर टहलें। कुछ स्ट्रेचिंग व व्यायाम करें।
- 1-2 घंटे में एक बार 10-15 मिनट का ब्रेक लें। उठकर पानी पिएं, टहलें।
- ब्रेक के दौरान पैदल चलना, सीढ़ियां चढ़ना जैसी गतिविधियां भी करें।
- सक्रिय जीवनशैली अपनाएं – नियमित व्यायाम और योग करें।
- काम के दौरान स्टैंडिंग डेस्क का उपयोग करें या कुर्सी पर बैठते-बैठते खड़े हो जाएं।
- बैठने के लिए एर्गोनॉमिक चेयर का उपयोग करें जो कमर और रीढ़ को सहारा दे।
- 8 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार न बैठें।
- घर पर भी टीवी देखते समय बीच-बीच में उठकर घूमें, कुछ स्ट्रेचिंग करे।
लंबे समय तक बैठने के नुकसानों से बचाव के लिए अक्सर पूछे जाने वाले सवाल( FAQs):
सवाल: लंबे समय तक बैठने से होने वाले नुकसानों से बचने के लिए एक दिन में कितनी देर तक टहलना या व्यायाम करना चाहिए?
उत्तर: विशेषज्ञों की सलाह है कि एक दिन में कम से कम 30 मिनट तक मध्यम गति से टहलना या व्यायाम करना चाहिए। लंबे समय तक बैठने के दुष्प्रभावों से बचने के लिए दिन में 2-3 बार 10-15 मिनट की टहलना या व्यायाम बेहद फायदेमंद है।
सवाल: क्या लंबे समय तक बैठने से केवल मोटापे का खतरा ही बढ़ता है या और भी समस्याएं हो सकती हैं?
उत्तर: लंबे समय तक बैठने से सिर्फ मोटापा ही नहीं बल्कि उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी अन्य गंभीर समस्याओं का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए लंबे समय तक बिना टहले-फिरे बैठने से बचना चाहिए।
सवाल: लंबे समय तक बैठने के दुष्प्रभावों से बचाव के लिए डाइट में क्या बदलाव करने चाहिए?
उत्तर: लंबे समय तक बैठने के दुष्प्रभावों से बचने के लिए डाइट में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन का सेवन बढ़ाना चाहिए। तले-भुने, चॉकलेट और जंक फूड से परहेज करें।
लंबे समय तक बैठने के खतरे से बचने के लिए यह वेब स्टोरी जरूर देखे :
निष्कर्ष
इस तरह हम जान पाए है कि लंबे समय तक बैठकर काम करने के साइड इफेक्ट्स होता है। हालांकि लंबे समय तक बैठने की आदत आज के युग में काफी आम हो गई है। लेकिन नवीनतम शोधों से साबित हो चुका है कि यह आदत हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकती है। इससे मोटापा, रक्तचाप, मधुमेह जैसी बीमारियां होने के साथ-साथ कैंसर जैसी जानलेवा बीमारिया हो सकती है। इसलिए हमें अपना बहुत ही ख्याल रखना होगा और लंबे समय तक बैठने से बचना होगा।
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