रामलला की मूर्ति 5 साल के बालक राम के रूप की है।

हिंदू धर्म में पांच साल तक को माना जाता है अबोध काल, निर्दोष और पवित्र 

51 इंच औसतन पांच साल के बच्चे की लंबाई, जुड़ता है यथार्थ का भाव.

मूर्ति की लंबाई 51 इंच इसलिए भी  रखी गई ताकि हर रामनवमी के दिन दोपहर के वक्त सूर्य की किरणें रामलला के माथे पर पड़े।

 शुभ अंक माना जाता है 51, मंगलमय जीवन का प्रतीक.

चेहरे पर मासूम मुस्कान, दर्शकों के दिलों को छू लेती दिव्यता.

शिल्प शास्त्र के नियमों से बनी मूर्ति, 1000 से ज्यादा बच्चों की तस्वीरों से प्रेरणा.

सात महीने की कड़ी मेहनत और शिल्पकला का अद्भुत नमूना.

आस्था का केंद्र बनेगी रामलला की मूर्ति, करोड़ों लोगों के लिए खास.

हर रामनवमी के दिन रामलला के माथे पर सूरज का तेज होगा