इसरो अपने महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के तहत  पहले महिला रोबोट अंतरिक्ष यात्री के रूप में अंतरिक्ष में भेजेगी ।  

व्योममित्र नामक महिला रोबोट अंतरिक्ष यात्री को इस गगनयान मिशन के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है।

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है की  कि व्योममित्र मिशन इस वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए निर्धारित किया गया है 

केंद्रीय मंत्री ने कहा की , "व्योममित्र को इस तरह से डिजाइन किया गया है ताकि अंतरिक्ष वातावरण में इंसान कैसे काम करेंगे उसे समझा जा सके।

मिशन गगनयान अगले साल 2025 में लाॉंच होगा । व्योममित्र संस्कृत के शब्द व्योम (आकाश) और मित्र (दोस्त) से मिलकर बना है।

इस मिशन के तहत तीन यात्री अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे 

व्योममित्र को अंतरिक्ष वातावरण में इंसान के काम करने की क्षमता से युक्त डिज़ाइन किया गया है।

भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद अंतरिक्ष में मानव भेजने वाला चौथा देश बनेगा.

गगनयान अभियान के तहत पृथ्वी की 400 किलोमीटर पर स्थित निचली कक्षा में तीन दिन के लिए तीन यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा

यात्रियों को  पृथ्वी पर सुरक्षित वापस लाया जाएगा.