खूब पानी पिएं, निर्जलीकरण (Dehydration) से बचें।

पानी पीने से आपके शरीर से यूरिक एसिड बाहर निकल जाता है। निर्जलीकरण होने पर यह एसिड जोड़ों में क्रिस्टल बना सकता है, जिससे गठिया   (Gout)  का दर्द होता है।

स्वस्थ वजन बनाए रखें। 

 मोटापा यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा देता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने से आपके जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।

रेड मीट, सीफूड का सेवन  सीमित करें। 

इन खाद्य पदार्थों में प्यूरीन (Purines) अधिक होता है, जो शरीर में यूरिक एसिड में बदल जाता है। इनका सेवन कम करने से गाउट (Gout) के हमलों को रोकने में मदद मिलती है।

शराब और मीठे पेय से परहेज करें। 

शराब और फ्रुक्टोज (चीनी का एक प्रकार) युक्त पेय यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा देते हैं, जिससे गठिया (Gout) का खतरा बढ़ जाता है। 

नियमित रूप से व्यायाम करें। 

व्यायाम वजन प्रबंधन में मदद करता है और जोड़ों के स्वास्थ्य में सुधार करता है, जिससे गठिया (Gout)  के हमलों की संभावना कम हो सकती है। 

विटामिन सी युक्त खाद्य  पदार्थ खाएं। 

विटामिन सी यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जो गठिया (Gout)  के दर्द से राहत दिलाता है। संतरा, नींबू जैसे खट्टे फल अच्छे स्रोत हैं।

चेरी का सेवन गाउट के लिए फायदेमंद है। 

चेरी में ऐसे यौगिक होते हैं जो सूजन को कम करते हैं और यूरिक एसिड को कम करने में सहायक होते हैं।

तनाव (Stress) का प्रबंधन  करें। 

तनाव गठिया (Gout)  के अटैक को बढ़ा सकता है। योग, ध्यान या अन्य विश्राम तकनीकों को आजमाकर तनाव कम करें।

सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar) गठिया के लिए लाभकारी। 

यह एक पारंपरिक उपाय है। कुछ लोग मानते हैं कि यह जोड़ों के दर्द और यूरिक एसिड को कम करने में मदद करता है।

अदरक (Ginger) का प्रयोग जोड़ों के दर्द में राहत देता है। 

अदरक में प्राकृतिक सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत दे सकते हैं।

यदि गठिया (Gout) है, तो अपने चिकित्सक (Doctor) से परामर्श करें। 

किसी भी बदलाव को करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना बेहद ज़रूरी है। वे निदान की पुष्टि कर सकते हैं और एक उपचार योजना बना सकते हैं।